Computer Fundamental Online Test
Question - 1
निर्देश (1-5) : निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर दिए गए प्रश्नों के सही उत्तर दीजिए |
कवि रामचंद्र शुक्ल ने एक कवि और उसकी कविता को केंद्र बनाकर ये समझाना चाहा है कि कविता की परख करना बेहद जरूरी है, तभी एक कविता की कल्पना की जा सकती है। कवि का कहना है कि एक कविता अपने कई भावों को समेटे होती है। अब उस भाव को कवि किस प्रकार कविता में प्रकट करता है। ये जानना और समझना जरूरी है। रामचंद्र शुक्ल ने सूरदास और तुलसीदास का उदाहरण देते हुए बताया है कि कवि की कल्पना से ऐसा प्रतीत होना चाहिए कि वह घटना मानो हमारी आँखों के सामने ही चित्रित हो रही है। यदि सूरदास कृष्ण सौंदर्य का बखान अपनी कविता में करते हैं तो वह उसकी खूबसूरती को अपनी कविता द्वारा व्यक्त करते हैं और उसमें सौंदर्यरम प्रतीत होता है। इसलिए एक कवि कैसे उसे प्रस्तुत करता है, ये जरूरी है। ठीक उसी तरह जब घायल लक्ष्मण को देख राम विलाप या शोक में होते हैं तो एक दुख या दर्द का अनुभव कविता में दिखाना कवि का काम होता है जिसे तुलसीदास ने बखूबी प्रस्तुत किया है। तो कविता केवल रचना न होकर भावों का सागर है।
प्रश्न-1 : कवि अपनी रचना कविता की परख में किस ओर ईशारा करता है ?