Computer Fundamental Online Test
Question - 1
निर्देश (1-5) : निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर दिए गए प्रश्नों के सही उत्तर दीजिए।
भोगे हुए दिन में शांदा साहब और उनके घर के सदस्यों की दशा को दिखाया है घर की माली हालत भी कुछ ठीक सी नहीं लगती बेवा बेटी पढ़ाकर और लकड़ी टाल से ही घर की गुजर बसर चलती हैं। शांदा साहब की शायरी के दिन भी चले गए अब कोई उन्हें मुशायरों के लिए न्योता नहीं देता। उस पर जब शमीम दो दिन के लिए वहाँ आता है, तो उन्हें बड़ी मुश्किल होती है। उसकी मेहमान नवाजी में। शमीम उनके घर की माली हालत को देखता रहता है और मन ही मन सभी सदस्यों की कर्मनिष्ठा को देखता है घर प्रत्येक सदस्य अपने काम को बखूबी निभा रहा था। शांदा साहब शमीम से अपने पुराने दिनों को यादों को बताते हैं जब वे मशहूर शायर हुआ करते थे। दिल्ली-मुंबई से लोग उनके पास आते। पर अब हालात बदल गए हैं। शमीम को जाते समय उनके मरे हुए बेटे का ख्याल आता है कि इकबाल अगर जिंदा होता तो उन सबकी आज ये हालत न होती।
प्रश्न-1 : शमीम को आंगन में कौन दिखाई देता है?