Computer Fundamental Online Test
Question - 1
निर्देश (प्रश्न संख्या 1-5): निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए :
हमारी हिन्दी सजीव भाषा है। आरम्भ से ही यह गतिमान रही है। इसी कारण इसने अरबी, फारसी आदि के सम्पर्क में आकर इनके तो शब्द ग्रहण किए ही हैं, अब अंग्रेजी के भी शब्द ग्रहण करती जा रही है। इसे दोष नहीं, गुण ही समझना चाहिए, क्योंकि अपनी इस ग्रहण शक्ति से हिन्दी अपनी वृद्धि कर रही है, ह्वास नहीं । ज्यों-ज्यों इसका प्रचार बढ़ेगा, त्यों-त्यों इसमें नए शब्दों का आगमन होता जाएगा। हमें तो केवल इस बात का ध्यान रखना है कि सम्मिश्रण के कारण हमारी भाषा अपने स्वरूप को तो नष्ट नहीं कर रही, कहीं अन्य भाषाओं के बेमेल शब्दों के मिश्रण से अपना रूप तो विकृत नहीं कर रही ।
प्रश्न-1 : 'सजीव भाषा' का क्या अर्थ है ?